Sunday, September 26, 2010

एनिमल प्लानेट

मुझे नहीं पता की मै कौन हूँ। मुझे ये भी नहीं पता की तुम कौन हो। ये सारा संसार तो मुझे एनिमल प्लानेट चैनल लगता है, और हर बार एक ही एपिसोड चलता है जिसका सिर्शक है "वाइल्ड लाइफ", सब एक दूसरे को मार कर खाना चाहते है, और मरता सिर्फ बेबस शाकाहारी जानवर है। शेर शेर को नहीं खाता, भेड़िया भेड़िये को नहीं खाता, वो सब मिलके बेबस जानवरो को खाते है। कुछ इसी तरह हमारा भी हाल है। हम जनता " एक आम आदमी" बेबस शाकाहारी जानवर है। और हमारे कुछ नेता मांसाहारी है। सब मिलके आम जनता को खाना चाहते है। उनके बीच सिर्फ एक ही होड लगी है, कौन कितना शिकार कर पता है। पर हम अब और नहीं सहेंगे, उठो! जागो! और अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाओ। कब तक वो हमें अपना शिकार बनाएंगे। दिखादों की हम आम नहीं अब हम भी खास है।

मुझे जीने दो और तुम भी जीलो

मौत बहुत ही खौफनाक होती है, उनके लिए नहीं जो मर जाते है, बल्कि उनके लिए जो उनके पीछे छूट जाते है। बंद करो मंदिर और मस्जिद के नाम पे लड़ना, क्यूकी ये आपकी सभ्यता को बचाने की लड़ाई नहीं, ये शुरुवात है हमारे भविष्य के तबाही की। " दोस्त यार ये यारी कैसी ? मुझे जीने दो और तुम भी जिलो ! "